भाजपा ने इस बार मालवा और निमाड़ अंचल में अच्छा प्रदर्शन किया है. यहां की 66 में से 48 सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की. निमाड़ अंचल के तीन-चार जिले छोड़ जाएं तो कुल मिलाकर भाजपा का प्रदर्शन बेहद प्रभावित रहा है. जाहिर है इस अंचल से मंत्री पद के इच्छुक दावेदारों की बड़ी संख्या है क्योंकि कम से कम ढाई दर्जन विधायक 2 से अधिक बार जीते हैं. इन सभी दावेदारों को फिलहाल प्रतीक्षा करनी पड़ेगी क्योंकि पार्टी ने तय किया था कि केवल मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री ही शपथ लेंगे और ऐसा ही हुआ भी. मंत्रिमंडल के विस्तार का फैसला आलाकमान से चर्चा के बाद होगा. इस काम में कम से कम सात दिन और लगेंगे. जाहिर है सभी दावेदारों को फिलहाल इंतजार करना पड़ेगा. इस अंचल से विजय शाह, उषा ठाकुर, तुलसी सिलावट, इंदरसिंह परमार, हरदीपसिंह डंग
ओमप्रकाश सखलेचा, अर्चना चिटनिस, बालकृष्ण पाटीदार, महेंद्र हार्डिया, राजकुमार मेव, नागरसिंह चौहान, निर्मला भूरिया, नीना वर्मा, रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, गायत्री राजे पंवार, डॉ. राजेंद्र पाण्डेय के नाम प्रदेश मंत्रिमंडल के लिए लिए जा रहे हैं. वैसे उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले जगदीश देवड़ा नीमच जिले के मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं. इस तरह भाजपा ने मालवा अंचल को महत्व दिया है. कुल मिलाकर पार्टी इंदौर उज्जैन संभाग को आगे भी महत्व देने वाली है.
निगम चुनाव में हारे वार्डों में भी जीती भाजपा
इंदौर शहर में कांग्रेस की पराजय बहुत गहरी है। इस पर विचार करना होगा।
विधानसभा चुनाव में इंदौर की छह विधानसभाओं के 85 में से महज 9 वार्ड में ही कांग्रेस जीत सकी। ये वार्ड अल्पसंख्यक बाहुल्य हैं। यहां कांग्रेस को थोकबंद वोट मिले, लेकिन कांग्रेस जीत नहीं सकी. चुनाव की शुरुआत में कांग्रेस प्रत्याशी आश्वस्त थे कि करीब सवा साल पहले नगर निगम चुनाव में जहां से जीते थे, वहां दिक्कत नहीं आएगी। रणनीति थी कि भाजपा के कमजोर वार्डों में सेंधमारी की जाए. चुनाव परिणाम से साबित हुआ कि यह रणनीति नहीं चली. पार्टी को केवल मुस्लिम बहुल वार्डों में ही फायदा हुआ है. खजराना के वार्ड 39 में 18 हजार 749 वोटों से कांग्रेस ने जीत दर्ज की. दूसरी बड़ी जीत वार्ड 53 में 16 हजार 145 की है. तीसरे नंबर पर खजराना का ही वार्ड 38 रहा, जहां 14 हजार 427 वोटों से कांग्रेस जीती. राऊ विधानसभा के बिजलपुर वाले वार्ड को कांग्रेस प्रत्याशी जीतू पटवारी अपना गढ़ मान रहे थे, लेकिन वे 30 वोटों से हार गए. इंदौर-3 के वार्ड 59 में कांग्रेस 699 वोटों से हारी। शेष 74 वार्डों में भाजपा की जीत का आंकड़ा 1000 से 10401 वोट तक रहा।इन अपने पार्षदों के वार्ड में भी हारी कांग्रेस.. वार्ड 10 विनितिका यादव, वार्ड 15 ममता सुनहरे, वार्ड 17 शिवम यादव, वार्ड 20 यशस्वी पटेल, वार्ड 21 चिंटू चौकसे
वार्ड 22 राजू भदौरिया, वार्ड 23 विनिता मौर्य, वार्ड 45 सोनीला मिमरोट, वार्ड 46 शैफू वर्मा, वार्ड 52 सावित्री बाई, वार्ड 75 कुणाल सोलंकी, वार्ड 76 सीमा मालवीय. यहां तक की कांग्रेस के कई प्रत्याशी अपनी ग्राम पंचायत और वार्डों में हारें हैं.
सौजन्य – NBT