उज्जैन्। एक तरफ तो धर्म के विस्तार को लेकर बड़ी बड़ी बातें करके सोशल मीडिया पर पेली जाती हैँ, वहीं दूसरी और कुछ लोगो की बड़े बड़े पंडाल मे गणेश जी की प्रतिमा बैठाकर सिर्फ और सिर्फ झाँकि और वर्चस्व जमाने की नीयत होती है। इस बात से सच्चे श्रद्धालु आयोजक भी लांछन झेलते हैँ।
कई ऐसे आयोजन शहर मे होते हैँ जिनके पीछे कोई धार्मिक नही बल्कि अपने आप का प्रचार करने की भावना होती है। जबकि नगर भर मे लोग अपने अपने बुते के हिसाब से चिंतहारण गणेश जी का 7 दिवसीय आयोजन करके धार्मिक गतिविधियां करते हैँ। लेकिन कुछ लोग अपने आप का प्रचार करने की नियत से ऐसे आयोजनों को करते हैँ।
ऐसा ही एक मामला महानंदा नगर मे हुआ जिसमे आयोजको ने फूहड़ नाच करने वाली बाला को बप्पा के सामने नचा दिया। कुछ सामाजिक लोगो ने इसका विरोध करते हुए कार्यवाही की मांग की है। video कल का बताया जा रहा है।