उज्जैन। दशहरे के पर्व पर राम जी से मिलने फ्रीगंज आने वाली बाबा महाकाल की पालकी का मार्ग आखिरकार प्रशासन ने बदल दिया। मार्ग बदले जाने को लेकर तरह तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली, मगर यदि तकनीकी रूप से इस बदलाव को देखा जाए तो अब बाबा की पालकी ज्यादा समय दर्शन को उपलब्ध रहेगी।
आज् महाकाल मंदिर समिति की तरफ से जारी किये गये पत्र मे उल्लेख किया गया है कि दशहरे पर फ्री गंज जाने वाली बाबा महाकाल की सवारी वापसी मे तोप खाना से न जाकर हरि फाटक होकर मंदिर पहुंचेगी। पूर्व मे ये पालकी तोप खाना से होकर मंदिर आती थी।
इस आदेश के बाद जहाँ एल पक्ष ने इसका विरोध किया वहीं दूसरी तरफ एक पक्ष ने इसका स्वागत करते हुए यह कहा कि अब बाबा के दर्शन ज्यादा लोगो को उपलब्ध हो पाएंगे। दौलतगंज के बाद मंदिर तक अल्पसंख्यक क्षेत्र होने से इस दौरान कोई दर्शनार्थी नही होता था,जबकि अब हरि फाटक तक दर्शनार्थी लाभ ले सकेंगे। गौरतलब है कि प्रशासन द्वारा मार्ग बदलने का लम्बे समय से प्रतास किया जा रहा था, जिस पर अब जाकर निर्णय किया गया। देखा होगा कि उक्त आदेश को लेकर लोग समर्थन करते हैँ या विरोध।