नही थम रहा कॉंग्रेस का कलह
उज्जैन। विधानसभा चुनाव सिर पर हैँ लेकिन उज्जैन मे कॉंग्रेस और विशेष तौर पर शहर कॉंग्रेस अध्यक्ष की परेशानियां खत्म होने का नाम नही ले रही। पिछले ही महीने मुस्लिम समाज पर की गयी टिप्पणी उनके गले मे हड्डी जैसी फंसी जिससे उनका अध्यक्ष पद भी चला गया। ब मुश्किल हाथ पैर जोड़ने और सार्वजनिक माफी मांगने के बाद उनका पद वापिस मिला लेकिन कल फ़िर एक विवाद उनके नाम जुड़ गया।
शहर कॉंग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया एक और विवाद मे फंसते नजर आ रहे हैँ। मामला ये है कि कल महाकाल बाबा की पालकी जब रामघाट पर थी तब सभी वहाँ बैठे थे। जिनमे रवि भदौरिया अपने परिवार के साथ थे और जिला कॉंग्रेस अध्यक्ष पारू गिरजे भी वहाँ उपस्थित थे।
क्या हुआ क्या नही पर वहाँ दोनो मे विवाद हो गया जो गाली गलौज तक जा पहुंचा।
गिरजे के अनुसार भदौरिया दम्पत्ति ने उनकी जाति को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि तुम जिस समाज से हो उसको यहां बैठने का हक नही है।
दूसरी तरफ भदोरिया के अनुसार ऐसा विवाद नही था बल्कि गिरजे का पैर पत्नी को लगा जिस पर उन्होंने गिरजे को ठीक से बैठने को कहा था। यदि जातिगत कोई बात कही जाती तो वहाँ सैंकड़ों लोग भी ये सब सुनते।
अब सच जो भी हो पर गिरजे ने फोन पर स्वीकारा कि वे इसकी शिकायत पुलिस को करेंगे।
दूसरी तरफ भदौरिया ने कहा यदि वो शिकायत करेगा तो हम भी करेंगे। लेकिन विवाद जैसा कुछ है नही।
अब विवाद का कारण जो भी हो पर हमारी जानकारी के अनुसार पिछले महीने मुस्लिम समाज पर की गयी टिप्पणी के साथ वरिष्ठो का किया गया अपमान माफ़ी से तो धुला नही है। भदौरिया का पूरा कार्यकाल अब काँटों का ताज़ है। आये दिन कोई न कोई विवाद पैदा होगा,या पैदा किया जायेगा।
अंततः विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है और लम्बे समय से सत्ता भोग रही भाजपा ने अपने पत्ते बिचाना शुरु भी कर दिये लेकिन अपनी फुट से 10 साल हारी, और फुट से ही मिली हुई सत्ता खोने वाली कॉंग्रेस के लिए ये सब बिल्कुल ठीक नही।
अब ये समय के गर्भ मे है कि ये नया विवाद कितना तूल पकड़ता है।