उज्जैन। कहा जाता है अच्छा राजनीतिज्ञ वही है जो हर एक अवसर को अपने हित के लिए भुना ले। वर्तमान परिदृश्य मे यह बात पूरी तरह साबित भी होती है जब कोई भी दल इससे चूकता नही है। वर्तमान मे मालवा क्षेत्र मे तेजी से उभरे कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की निरस्त कथा को लेकर राजनीति सक्रिय हो गयी है। और अब विपक्षी दल कांग्रेस ने कथा निरस्ती को लेकर सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस का एक दल गठित किया जो कि पंडित मिश्रा से मुलाक़ात करेगा
उल्लेखनीय है कि पंडित मिश्रा ने सीहोर के अपने आश्रम मे रुद्रमहाभिषेक और कथा का आयोजन किया था। महाशिवरात्रि को विशाल अभिषेक और अनुष्ठान होना था पर 1 दिब पूर्व उम्मीद से कई गुना ज्यादा लोग प्रदेश,देश से सीहोर कूच कर गये। नतीजतन आसपास के सारे रास्ते ब्लॉक हो गये और लम्बा जाम लग गया। घबराये प्रशासन ने पंडित जी से बात की और मिश्रा जी ने मंच से कथा स्थगित करने की घोषणा कर दी। घोषणा के साथ ही सरकार और प्रशासन के खिलाफ नकारात्मक बातें चलने लगी। गृह मंत्री ने भी पंडित जी से बात की थी।
इधर कोई भी अवसर नही खोना चाहती कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने एक 5 सदस्यीय दल पंडित मिश्रा से मुलाक़ात के लिए गठित किया है जो कि वस्तुस्थति पता लगाएगा। कांग्रेस के अनुसार प्रशासन ने अपनी नाकामियाबी छुपाने के लिए पंडित मिश्रा पर दबाव डालकर कथा स्थगित करवाई,जिसका सुबूत कथाकार् के आंसू हैँ। हालांकि पंडित मिश्रा की ओर से ऐसी कोई अधिकारिक प्रतिक्रिया नही आयी लेकिन अब चुंकि कांग्रेस इसमे कूद चुकी है तो निश्चित ही ईश्वर भक्ति और कथा वाले पंडित मिश्रा को भी राजनितिक विवाद मे घसीट ही लिया जायेगा।