👹 तिरिभिन्नाट एक्सप्रेस👹
भिया राम..🙏🏻
जी हां, सही पढ़ा आपने..कल चायना की डोर से दर्दनाक मौत हो गयी..दिन भर सोशल मीडिया पे बड़ी-बड़ी बातें हुई..ज्ञान पेले गये..प्रशासन को कोसा गया..और सवाल दागे गये के जिम्मेदार कौन.?
तो इस हत्या की पूरी ज़िम्मेदारी मैं लेता हूँ..इसका जिम्मेदार मैं हूँ..यकीन करिये यही अपराधबोध पोस्ट पढ़ रहे हर व्यक्ति को होना चाहिए..
मैं इसलिए इस हत्या का जिम्मेदार हूँ क्योंकि मैंने वो चायना की डोर प्रतिबंध के बावजूद जुगाड़ करके ऊँचे भाव मे खरीदी..खुद नही खरीदी तो घर मे अन्य के खरीदने पर चुप रहा..घर मे न भी आयी हो पर आसपड़ोस मे उपयोग होती देखने पर चुप रहा..भले रोकने के जिम्मेदार लोगो की विफलता से हत्यारा धागा खूब बिका..पर मैं लेकर आया तो अपराध मेरा भी कम नही..
..मैं वही नकली देशभक्त हूँ जो सोशल मीडिया पर बदलाव के msg फॉरवर्ड करता हूँ..लेकिन खुद पर लागू करते समय सोचता हूँ..”चलता है यार”..
…मैं वही हूँ जो हेलमेट पर चालान बनाती पुलिस को उल्लू समझता हूं,लेकिन दुर्घटना मे मौत पर पुलिस को कोसता हूँ..
..कल से सभी लोग पुलिस को खूब कोस रहे..कोसा भी जाना चाहिए..पुलिस ने क्यो बिकने दी..?
..लेकिन मेरी अंतरात्मा भी सवाल करती है मुझसे…कि आखिर मैं जुगाड़ से चायना की चकरी लाया तो मैने क्यो नही पुलिस को उस जगह की ख़ुफ़िया जानकारी दे दी.?
..निश्चित ही पुलिस भी इस हत्या की भागीदार है..लेकिन मेरी नजर मे मुख्य आरोपी तो मैं ही हूँ..
“बिक रही थी तो खरीदी”
का दूसरा पक्ष है “खरीदोगे तो ही बिकेगी”
अब कितने ही तर्क,वितर्क,कुतर्क हो..
नेहा तो जा चुकी..त्योहारों के उल्लहास मे खुशी खुशी बाजार जा रही एक बिटिया की हत्या मैने,आपने,जिम्मेदारी पूरी न करने वाले प्रशासन ने कर दी…
अब चाहे लकीर पीटो..केस दर्ज करो..नेहा नही लौटेगी..फिर धीरे धीरे हमारे इस गर्म दूध से उबलते गुस्से पर मलाई की मोटी थर जम जाएगी..अगली संक्रांति पर फिर कोई नेहा मारी जायेगी…न इस देश मे कुछ बदला है और न बदलेगा..जब तक हम अपना कर्तव्य न निभाकर हर बात को प्रशासन के सिर ढोलते रहेंगे…बस हम यूं ही बोलते रहेंगे..फोकट ज्ञान पेलते रहेंगे..
श्रद्धांजलि नेहा 🙏🏻😭😭
जा रिया अब
भारत माता की जय
विकास शर्मा
दैनिक अमर श्याम उज्जैन
9827076006
16/01/2022
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