उज्जैन। प्रभु यीशु के जन्मदिन वाले दिन भरे बाजार की गयी एक हरे पेड़ की हत्या के मामले मे भ्रष्ट और षड्यंत्रकारी निगम अमले के गले मे हड्डी फंस गयी है। एक तो निगम को पेड़ की चंटाई के लिए की गयी शिकायत का 5 min मे हल कर देना और दूसरा पूरे 1 दिन बाद काटी गयी लकड़ियों को निगम मे जमा करवाना इन सबके षड्यंत्र को उजागर करता है।
पहले दिन से तिरिभिन्नाट एक्सप्रेस इस पाप को उजागर करते हुए हत्यारो पर कार्यवाही के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहा है। कल हमने निगमायुक्त और EE से मिलकर मामले से अवगत करवाया और लिखित शिकायत भी दर्ज करवाई थी।
अधिकारियों ने निगमकर्मी को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है। जिसके बाद कार्यवाही आगे बढ़ेगी। इधर हमारी शिकायत के बाद से डरी भृष्ट और हत्यारो की टोली ने आनन फानन मे कटे पेड़ की लकड़ियाँ निगम मे जमा करवाना बताया है। (जो की हो ही नही सकता क्योंकि वो तो बिक गयी,ये दूसरी है )🤣🤣🤣
आज सुबह हमने बृहस्पति भवन मे मंत्री मोहन यादव और सांसद को इस बात से अवगत करवाया। जिन्होंने इस कृत्य की निंदा कर अधिकारियों को कार्यवाही के लिए निर्देश की बात कही। और मंत्री श्री यादव ने हमारे उस प्रस्ताव का समर्थन किया कि उस दुकान के बाहर कटे पेड़ की जगह 4 पेड़ लगवाए जाकर दुकानदारों को ही उसकी जिम्मेदारी दी जाये।
बहरहाल। ये लोग जितना साथ दें लेकिन तिरिभिन्नाट एक्सप्रेस तो इस पूरे मामले मे दोषियों पर FIR करवाकर ही दम लेगा।