मथुरा राष्ट्रीय ब्राह्मण सम्मेलन संपन्न
उज्जैन। ब्राह्मण हिंदू धर्म की पहचान है, ब्राह्मणों के बिना सनातन धर्म की कल्पना नहीं की जा सकती। ब्राह्मण ही ऐसा वर्ग है जो सबको साथ लेकर चलने में सक्षम है। अनादि काल से सनातन धर्म की रक्षा और देश की रक्षा ब्राह्मणों ने की है यह इतिहास गवाह है। ब्राह्मणों को अपमानित करने के प्रयास राजनीतिक और सामाजिक दल बंद करें।
उपरोक्त उद्गार कोसीकला मथुरा में अखिल भारतीय भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा द्वारा आयोजित राष्ट्रीय ब्राह्मण सम्मेलन में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने विराट विप्र सम्मेलन में प्रकट किए। सम्मेलन में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज उज्जैन से राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी भी शामिल हुए। पंडित चतुर्वेदी ने कहा कि इस प्रकार के राष्ट्रीय ब्राह्मण सम्मेलन एवं राष्ट्रीय बैठक में पूरे देश भर में आयोजित कर देश भर के विप्र ब्राह्मणों को एकजुट करेंगे। सम्मेलन के आयोजक राष्ट्रीय भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल दत्त शर्मा, उत्तर प्रदेश संगठन मंत्री पंडित महेश शुक्ला, अशोक शर्मा, डॉक्टर विनोद शर्मा, विष्णु दत्त शर्मा तथा कार्यक्रम के संचालक पंडित जगदीश सुपनिया सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों हरियाणा दिल्ली राजस्थान सहित कई प्रांतों के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय ब्राह्मण सम्मेलन में भाग लिया।