सोईओ के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की तैयारी

*यदि 13 तारीख तक उज्जैन जनपद का प्रथम सम्मेलन नही बुलाया तो..
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उज्जैन। उज्जैन जनपद पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष के निर्वाचन से लेकर अब तक चल रही उठा पटक पर विराम नही लगा है। कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुने जाने से भाजपा बौखला गयी और नित नए विघ्न खड़े कर निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को जनता के काम करने से रोका जा रहा है। उच्च न्यायालय द्वारा भाजपा सदस्यों की याचिका 5 दिसंबर को ख़ारिज कर शीघ्र समस्त कार्यवाहियाँ पूर्ण करने का निर्देश दिया लेकिन जनपद सी ई ओ न्यायालय के आदेशो को भी घोलकर पी गयीं जिनके खिलाफ न्यायालय की शरण ली जाएगी।
वरिष्ठ नेता राजेंद्र वशिष्ठ के नेतृत्व मे जनपद कार्यालय पर एक पत्रकारवार्ता हुई जिसमे अध्यक्ष प्रतिनिधि देवेंद्र सिंह पवार, उपाध्यक्ष नसीर पटेल भी मौके पर उपस्थित थे ।
श्री वशिष्ठ के अनुसार हमने पंचायत राज विधान के हिसाब से चुनाव लड़ा और हमारे समर्थित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष जीत गये इससे भाजपा के लोग बोखला गये और आये दिन नियमों को ताक पर रखा।
कुछ सदस्य इसके खिलाफ न्यायालय गये जिस पर कोर्ट ने स्टे दिया लेकिन सुनवाई के बाद 5 दिसंबर को स्टे हटाते हुए आगे की कार्यवाही के लिए सोईओ को कहा लेकिन उन्होंने अभी तक प्रथम सम्मेलन का कोई एजेंडा जारी नही किया उल्टा हर बात मे जिलाधीश और जिला पंचायत सोईओ से बात करने का कहकर कार्यालय से गायब हो जाती हैँ।
आपके अनुसार अधिनियम मे अध्यक्ष को शक्ति प्राप्त है कि वह सम्मेलन आहूत कर सकता है इसलिए यदि अधिकारी 13 तक सम्मेलन का आयोजन की व्यवस्था नही करते तो हम 12 को सम्मेलन आहुत कर लेंगे।
न्यायालय का आदेश न मानने वाली सोईओ ले खिलाफ हाई कोर्ट को अवगत करवाया जायेगा।
आपने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया और कहा कि जनपद मे लगने वाले 76 गाँव के सरपंच और हजारों की संख्या मे ग्रामीण जन कामो के लिए यहाँ वहाँ भटक रहे हैँ लेकिन भाजपा समर्थित अधिकारी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को काम करने ही नही देना चाहते।
यदि जल्दी ही अधिकारी आगे की प्रक्रिया नही सम्पन्न करते तो हम धरना आंदोलन करेंगे।

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  विकास शर्मा

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